आरती ,भजन, चालीसा, व्रत त्यौहार, मुहूर्त आदि के बारे में जानकारी लाते रहते है।
माता के भजन
भगवान् शिव की आरती – शीश गंग अर्धंग पार्वती सदा विराजत कैलाशी
aisi lāgī lagan mīrā ho gayī magan vo to gali gali hari guṇa gāne lagī mahalo meń palī vana ke jogan calī mīrā rānī dīvānī kahāne lagī koī roke nahīń koī ṭoke nahīń mīrā govinda gopāla gāne lagī baiṭhī santoń ke have a peek here sańga, rańgī mohana ke
सब की बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,
तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी।
पूत-कपूत सुने हैं पर ना माता सुनी कुमाता
तेरे भक्त जनों पे माता भीड पड़ी है भारी
औ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। अम्बे तू है जगदम्बे काली,
सौ-सौ सिहों से भी बलशाली, है दस भुजाओं वाली,
माता तेरे भक्त जानो पर भीड़ पड़ी है भारी,
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका, प्रणवाक्षर के मध्ये यह तीनो एका ।।
सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली
दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी